कोरोना योद्धा के रूप में मरीजों की देखभाल का अहम कार्य कर रही हैं स्टॉफ नर्स श्रीमती कीर्ति नागले

आसिम खान, ब्यूरो चीफ, छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:

कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण से वर्तमान में लगभग पूरा विश्व जूझ रहा है। देश भर के साथ ही प्रदेश में नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण बीमारी की रोकथाम एवं बचाव के लिये हमारे कोरोना फाइटर्स दिन रात जान की बाजी लगा रहे हैं। इनमें छिन्दवाड़ा जिले के कोरोना फाइटर्स भी पीछे नहीं हैं, बल्कि पूरी लगन और निष्ठा से कोरोना से जंग में योद्धा की भूमिका निभा रहे है। जिले के सिविल अस्पताल पांढुर्णा के कोविड केयर सेंटर में 29 अगस्त 2020 से वर्तमान तक लगातार अपनी सेवायें देकर लगभग 138 से अधिक कोविड-19 से संक्रमित मरीजों को अपनी सेवायें देने का अत्यंत जोखिम भरा कार्य करने में समर्पित कोरोना योद्धा की अहम भूमिका निभाने वाली स्टॉफ नर्स श्रीमती कीर्ति नागले की सर्वत्र सराहना की जा रही है।
कोरोना वैश्विक महामारी से बचने के लिए जहाँ एक ओर अधिकांश लोग अपने घरों में सुरक्षित हैं, वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ स्टॉफ नर्स श्रीमती कीर्ति नागले कोविड- 19 कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने में माह अगस्त 2020 से सिविल अस्प्ताल पांढुर्णा में प्रतिदिन प्रात: 8 से दोपहर 2 बजे तक की समयावधि के अलावा अतिरिक्त समय में भी कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों की देख-रेख का अत्यंत जोखिम भरा कार्य कर रही हैं। श्रीमती नागले द्वारा सिविल अस्प्ताल पांढुर्णा में अभी तक भर्ती कोविड-19 के लगभग 138 मरीजों की बेहतर देख-रेख करने पर 112 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं जिन्हे अस्पताल से डिस्चार्ज भी किया जा चुका हैं और उनकी देख-रेख में वर्तमान में 5 मरीजों का बेहतर उपचार जारी है।
स्टॉफ नर्स श्रीमती कीर्ति नागले अपनी ड्यूटी के दौरान प्रोटोकॉल के अंतर्गत जारी दिशा निर्देशों का पालन करती है। अपने परिवार में एक बच्चे, पति व वृद्ध सास-ससुर को कोविड-19 के संक्रमण के खतरे से बचाते हुये वे पूर्ण निष्ठा और सेवाभाव से कोविड-19 के मरीजों की देखभाल और उपचार का कार्य कर रही हैं। वे अपनी ड्यूटी के दौरान अस्पताल में भर्ती मरीजों से चर्चा कर उनकी समस्या की जानकारी लेती हैं और उन्हे उचित परामर्श देती हैं। सभी मरीजों के स्वस्थ होने के लिये प्रार्थना करती हैं साथ ही मेडिटेशन, शारीरिक अभ्यास, योग आदि के माध्यम से भी मरीजों को स्वस्थ करने का प्रयास करती है और उनसे बातचीत कर उनका मनोबल बढ़ाती हैं। अस्पताल से मरीजों के डिस्चार्ज के समय उन्हे होम क्वारेंटाईन रहने के साथ ही अच्छे स्वास्थ्य व बेहतर पौष्टिक भोजन का उपयोग करने की सलाह भी देती हैं। स्टॉफ नर्स श्रीमती कीर्ति नागले की निष्ठापूर्ण सेवा की सभी और सरानहा हो रही है।



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