वी.के.त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
मनरेगा मजदूर मिस्त्री महासंघ भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषि संतोष कुमार शर्मा द्वारा अपने पैतृक ग्राम- सकेथू जनपद लखीमपुर-खीरी में विगत वर्षों से लगता चला आ रहा राष्ट्रीय ग्रामीण दो- दिवसीय मनरेगा मजदूर मिस्त्री मेले के दूसरे दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषि संतोष कुमार शर्मा की अध्यक्षता में एक कवि सम्मेलन का आयोजन मेला मंच पर किया गया ! इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषि संतोष कुमार शर्मा ने सभी कवियों को माला पहनाकर तथा शॉल ओढा़कर सम्मानित भी किया !मेले में पधारे कवि सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि बेनीराम “अनजान” ने की, तथा संचालन मुनेन्द्र प्रताप ने किया ! कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि- माननीय ऋषि संतोष कुमार शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर की,तथा इसी क्रम में संत कुमार बाजपेई “संत” ने मां शारदे की वाणी वंदना से कवि सम्मेलन का शुभारम्भ किया ! तत्पश्चात कर्मचारियों के बुढ़ापे की लाठी पुरानी पेंशन भाजपा सरकार में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई द्वारा बंद की गई पुरानी पेंशन व्यवस्था को पुन: बहाल न किये जाने तथा साधु-संतों को पेंशन दिए जाने की घोषणा उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा किए जाने पर कटाक्ष करते हुए कवि-पंडित जसकरन लाल शर्मा “न्यायी” ने कहा कि-
कर्मचारियों को पुरानी पेंशन न देना ये शासन की मगरूरी है। बुढा़पे में निराश्रित मजलूमों को पेंशन मिलना बहुत जरूरी है। मंदिर तो बनवा सके नहीं इसलिए पेंशन देकर संतुष्ट किया। मित्रों साधु-संतों को पेंशन देना योगी जी की मजबूरी है।
जिसके पश्चात कवि- संत कुमार बाजपेई “संत” ने श्रोताओं को गुदगुदाते हुए रचना पढ़ी-
बैसाखे मा तरुआ चटका तबहुं न चेतेउ,
साउन भादौं कुआं खुदा़यउ बारे दद्दू।
सालउ भरि ना हालु- चालु पूंछेउ भौजी का,
होली मा गाल गुलाल लगायउ बारे दद्दू।।
कवि श्रीपाल वर्मा ने वर्तमान शिक्षा व्यवस्था पर व्यंग करते हुए कहा कि-
यहु देखउ भारत को विकास,यहु देखउ भारत को विकास। शिक्षित की कोई कदर नहीं ऐसी शिक्षा को भयो प्रकाश।।
देश की कानून व्यवस्था पर प्रहार करते हुए कवि- नंदीलाल “निराश” ने कुछ यूँ कहा-
जहां कबीरा की चादरिया दागी हो जाती हो !
धुलते-धुलते मन की निष्ठा वागी हो जाती हो !!व्याभिचारों,अत्याचारों से पीड़ित और प्रताड़ित,
दिन भर काम करे रमरतिया भूखी सो जाती हो !!
कवि मुनेन्द्र प्रताप ने स्वाभिमान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि-
ना मिलती कामयाबी पर गलत चलकर नहीं आया !
मैं आया हूं नजर नजर हूं नजर नजर में पर कभी गिरकर नहीं आया !!
कवि- बेनीराम “अंजान”ने भारत मे रहकर पाकिस्तान के गुण गाने वाले मुस्लिमों को आगाह करते हुए कहा कि-
करे जो हिन्द से नफरत तराने पाक के गाये,
कसम खाकर के कहता हूँ वो मुस्लिमां हो नहीं सकता !
देश में पढ़ें-लिखे बेरोजगारों की व्यथा का वर्णन करते हुए कवि- आलोक तिवारी ने कहा कि-
थक कर के एक बेबस आराम चाहता है !
पढा़-लिखा हर व्यक्ति काम चाहता है !!
तकिए के नीचे डिग्री रखकर सो जाता वो,
वह भूखा है चार दिन से काम चाहता है !!
अंत में कवि सम्मेलन एवं मेले के समापन पर महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद, माननीय मुख्य न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली,मा० नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री, माननीय भारत निर्वाचन आयोग, माननीय बंडरू दत्तात्रेय श्रम एवं रोजगार मंत्री, माननीय लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन भारत सरकार एवं माननीय योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन को संबोधित ज्ञापन ऋषि संतोष कुमार शर्मा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जिला अधिकारी लखीमपुर-खीरी के प्रतिनिधि के रूप में ज्ञापन लेने के लिए मेले में पधारे श्री रामकृष्ण नायब तहसीलदार तहसील सदर लखीमपुर के माध्यम से 85 – सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा ! इस अवसर पर क्षेत्रीय लेखपाल वेदप्रकाश गुप्ता व कानूनगो एवं मनरेगा मजदूर मिस्त्री महासंघ के जिला अध्यक्ष पंडित वेदप्रकाश शर्मा,डॉ सुरेंद्र कुमार जिला अध्यक्ष पीलीभीत,अवधेश कुमार जिला अध्यक्ष सीतापुर,ओमवीर सिंह जिला अध्यक्ष शाहजहांपुर,अंजनी कुमार शर्मा प्रदेश कोषाध्यक्ष, शत्रोहन लाल शर्मा संरक्षक, तेजबली राजवंशी राष्ट्रीय सदस्य, गोकरन प्रसाद, प्रोफ़ेसर राम अवतार विश्वकर्मा पूर्व जिला पंचायत सदस्य,डॉ भुवनेश शर्मा,डॉ जगदीश चंद्र वर्मा, विजेंद्र शर्मा, गंगाराम विश्वकर्मा, विद्या देवी शर्मा, सुनैना देवी शर्मा प्रतिनिधि जिला सहकारी बैंक, राधा देवी शर्मा, सुलोचना शर्मा,माया देवी शर्मा,आदि तमाम गणमान्य एवं सैकड़ों की संख्या में मजदूर मिस्त्री,तथा अति दलित व अति पिछड़ी जातियों के लोग उपस्थित रहे।
from New India Times http://bit.ly/2WuWFeU
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