PM मोदी देश के पहले 12,000 हॉर्सपावर रेल इंजन को दिखाएंगे हरी झंडी, लालू ने रखी थी कारखाने की आधारशिला


कवरेज इण्डिया न्यूज डेस्क।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को यहां ‘‘ स्वच्छ भारत मिशन ’’ के स्वच्छाग्रहियों को संबोधित करेंगे और कई रेल योजनाओं को हरी झंडी दिखाएंगे. प्रधानमंत्री का दौरा पिछले साल अप्रैल में बिहार सरकार द्वारा शुरू किये गये चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष समारेाह के समापन के मौके पर हो रहा है.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के कोने-कोने से मोतीहारी पहुंचे 20 हजार से भी ज्यादा स्वच्छता स्वयंसेवकों को साफ-सफाई का अचूक मंत्र यहीं से देने वाले हैं। आज का दिन चंपारण के लिए बेहद खास होने वाला है क्योंकि आज महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी समापन वर्ष के कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी यहां पहुंच रहे हैं।

इस खास मौके पर सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जहां प्रधानमंत्री देश भर से आए स्वच्छता स्वयंसेवकों की न सिर्फ हौसलाआफजाई करेंगे बल्कि स्वच्छता के मिशन को और कारगर बनाने के तरीके भी सुझाएंगे। मोतिहारी के गांधी मैदान में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं, बस इंतजार है तो प्रधानमंत्री मोदी का।

100 साल पहले 10 अप्रैल 1917 को ही महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ सत्याग्रह के लिए बिहार की इस धरती पर कदम रखा था। सौ साल पूरा होने के मौके पर पिछले साल यानी 10 अप्रैल 2017 को चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह की शुरुआत की गई थी। इसी कार्यक्रम का समापन करने पीएम मोदी मोतिहारी आ रहे हैं जहां देश के अलग-अलग हिस्सों से आए स्वच्छता स्वंयसेवक पीएम मोदी को सुनेंगे साथ ही साफ-सफाई से जुड़े अपने तजुर्बों को साझा भी करेंगे।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कटिहार-नई दिल्ली, सप्ताह में दो बार चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन, एक नई द्वि-साप्ताहिक ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। मोतिहारी-मुजफ्फरपुर रेल लाइन के विद्युतिकरण कार्य एवं मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण कार्य की शुरुआत के अलावा मधेपुरा लोकोमोटिव फैक्ट्री द्वारा भारत और फ्रांस के संयुक्त सहयोग से विकसित 12,000 हॉर्स पावर वाला इलेक्ट्रोलिक लोकोमोटिव राष्ट्र को समर्पित किए जाने की संभावना है।

इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे ऐसे में लोगों की निगाहें दोनों के भाषण पर भी रहने वाली है क्योंकि हाल ही में रामनवमी पर हुए सांप्रदायिक तनाव ने दोनों दलों के नेताओं को आपने-सामने ला दिया था। मौका भले ही स्वच्छता अभियान का है लेकिन मंसूबा सियासी भी हो सकता है।