अशफाक कायमखानी, सीकर (राजस्थान), NIT:

किसी की जिंदगी हमारे से बचे तो उससे बढ़कर कुछ नहीं हो सकता, यह कहना है फतेहपुर से विधायक रहे नंद किशोर महरिया का। महरिया प्रदेश के पहले जनप्रतिनिधी है जिन्होंने खुद का प्लाज्मा दान करके किसी मरीज की जिंदगी बचाई है। हालांकि उनकी संस्था अब तक 225 यूनिट प्लाज्मा दान करवाकर सैकड़ों मरीजों की जान बचाने में कामयाब रही है।
सीकर के मित्तल अस्पताल में बुधवार को पूर्व विधायक नंद किशोर महरिया ने प्लाज्मा डोनेट किया। बुधवार को नंद किशोर महरिया को सूचना मिली कि कोविड मरीज विनोद व जय सिंह को प्लाजमा की जरूरत है।
यह जानकारी जब नंदकिशोर महरिया तक पहुचीं तो उन्होंने खुद डोनेट करने का निर्णय किया। डोनेट करने के बाद उन्होंने कहा कि उन्हें अच्छा महसूस हो रहा है। इससे किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो रही। उन्होंने प्रदेश के लोगो से आग्रह किया कि जो लोग पॉजिटिव होकर सही हो गए हैं उन लोगों को प्लाज्मा दान करना चाहिए इससे उनको कुछ भी नुकसान नहीं होना है। उनके प्लाज्मा से किसी व्यक्ति की जान बच सकती है। उन्होंने कहा कि प्लाजमा थैरेपी बेहद कारगर साबित हो रही है। गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया व पूर्व विधायक नंद किशोर महरिया के संयुक्त प्रयासों से उनकी संस्थान सुधीर महरिया स्मृति संस्थान व नेहरू युवा संस्थान के द्वारा नियमित प्लाज्मा डोनेट करने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। संस्थान के प्रयासों से गत वर्ष 164 यूनिट प्लाजमा दान करवाया गया था। नियमित रक्तदाता बीएल मील ने बताया कि अब तक 225 यूनिट प्लाज्मा दान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक नंद किशोर महरिया ने खुद ने प्लाज्मा दान करके एक अभिनव शुरुआत की है। प्रदेश के कई जनप्रतिनिधि खुद पॉजिटिव आ चुके हैं व कई पूर्व विधायक व अन्य लोग पॉजिटिव हो चुके हैं उन सबको आगे आकर यह पहल करनी चाहिए ताकि युवाओं में संदेश जाए।
लॉक डाउन से मदद के लिए तत्पर है महरिया परिवार
सीकर की राजनीति में अपना अलग मुकाम रखने वाला महरिया परिवार संकट की घड़ी में भी हमेशा आगे रहा है। महरिया परिवार की सभी सामाजिक कार्यों में भागीदारी देखने को मिलती है। कोरोना महामारी के चलते पिछले वर्ष हुए लॉक डाउन के समय महरिया परिवार आगे आया। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया व पूर्व विधायक नंद किशोर महरिया की प्रेरणा से सुधीर महरिया स्मृति संस्थान के द्वारा जिले भर में खाद्य सामग्री के 22500 किट व 32500 मास्क व सेनेटाइजर वितरित किये गए थे। इसके अलावा कई गोशालाओं व अन्य स्थानों को और भी आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई गई थी। पिछले वर्ष जब जिले में रक्त की कमी आई थी तब संस्थान ने आगे होकर रक्तदान व प्लाजमा दान का जिम्मा उठाया था जो निरंतर जारी है।
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