इंदौर। भारत के सबसे चर्चित मध्य प्रदेश हनी ट्रैप मामले में जेल भेजी गईं महिलाओं के परिजन गुरूवार को जेल में उनसे मिलने पहुंचे। परिजन अपने साथ कपडों के अलावा सौंदर्य प्रसाधन सामग्री भी ले गए थे। जेल में सौंदर्य प्रसाधन के उपयोग की अनुमति नहीं दी गई। इसके अलावा आरती दयाल ने पीने के लिए बोलत बंद पानी मांगा और श्वेता विजय जैन ने चश्मे की मांग की।
15-15 मिनट तक मुलाकात करवाई
जानकारी के अनुसार गुरुवार को आरोपित आरती दयाल से मिलने उसका भाई, श्वेता विजय जैन से पति और नाबालिग बेटा एवं बरखा से मिलने पति अमित सोनी पहुंचा था। जेल प्रशासन ने करीब 15-15 मिनट तक उनकी मुलाकात करवाई। सूत्रों ने बताया कि इस पूरी मुलाकात के दौरान आरती रोती रही। उसने भाई से जल्द जमानत करवाने के लिए कहा। बेटा भी श्वेता से मिलकर रोता रहा। उसने किसी की मदद नहीं करने की बात भी अपनी मां से कही। इसके अलावा अमित ने भी बरखा से मुलाकात की। आरोपितों के वकील भी उनसे मिलने पहुंचे थे।
परिजन क्या क्या लाए थे
जेल सूत्रों के अनुसार महिला आरोपितों के लिए परिजन घर से कपड़े और अन्य सामान लेकर आए थे। इसकी जांच की गई। सौंदर्य प्रसाधन सामग्री और अन्य सामान बाहर निकलवा दिया गया। केवल कपड़े अंदर ले जाने की अनुमति दी गई। अधिकारियों ने बताया कि पांचों आरोपितों को जेल में अलग-अलग रखा गया है। वे सामान्य व्यवहार कर रही हैं।
आरती ने बोतलबंद पानी तो श्वेता विजय जैन ने मांगा चश्मा
जानकारी के मुताबिक महिला आरोपितों की जब जेल के अधिकारियों के सामने पेशी की गई तो अधिकारियों ने उनसे पूछा कि किसी प्रकार की दिक्कत तो नहीं है। इस पर आरती ने कहा कि उसे पानी की बोतल उपलब्ध करवाई जाए। इस पर अधिकारियों ने कहा कि बाहर से बोतलबंद पानी तो उपलब्ध नहीं करवाया जा सकता लेकिन एक खाली बोतल दे दी जाएगी। श्वेता विजय जैन ने कहा कि उसे आंखों की परेशानी है। इसलिए चश्मा दिया जाए।
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