आजमगढ़ : अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजना को अधिकारी गर्त में पहुंचाने में जुटे है। स्वच्छता मिशन के तहत नगर क्षेत्र में 15 स्थानों पर बने शौचालयों के ताले नहीं खुले और उनकी दीवारें ढहने लगी है। यही नहीं ताला बंद होने के कारण आसपास के क्षेत्रों में भी गंदगी का अंबार है। पालिका के अधिकारी घोटाले पर पर्दा डालने की कोशिश में जुटे हैं। वहीं डीएम ने मामले की जांच का निर्देश दिया है।
स्वच्छता अभियान के तहत नगर पालिका द्वारा शहर में 70 लाख की लागत से 15 स्थानों पर सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया गया है। एक शौचालय पर 98 हजार रूपये खर्च किए गये है लेकिन एक भी शौचालय मानक के अनुरूप नहीं बना है। शौचालय निर्माण को करीब आठ महीने हो गए लेकिन अब तक इसका ताला नहीं खुला है लेकिन बवाली मोड़ सहित कई स्थानों पर शौचालय की दीवारें गिर गयी है। यहीं नहीं छत भी टपकने लगी है।
शहर में एक शौचालय के निर्माण में 98 हजार खर्च होने के बाद भी वह किसी काम की नहीं है जबकि गांवों में 12 हजार में ग्रामीणों को स्टैंडर शौचालय बनवाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। सरकार की यह दोहरी नीति आम आदमी के समझ से भी परे है।
न्यूज़ सोर्स: पत्रिका
from WIDGETS TODAY https://ift.tt/2ldfUvA
via
IFTTT
Social Plugin