विद्या ने साल 2005 में अपने करियर की शुरुआत फिल्म परिणीता से की। इसके बाद उनके हिस्से में कई हिट फिल्में भी आयीं। लेकिन करियर के शुरुआत का एक ऐसा दौर भी रहा जब उन्हें कास्टिंग काउच का सामना करना पड़ा। खुद विद्या ने इस बात का खुलासा किया है। हाल ही में विद्या ने एक वेबसाइट को इंटरव्यू दिया। जहां पर उन्होंने अपने जीवन के इस सबसे बुरे अनुभव को साझा किया।
12 प्रोजेक्ट्स हाथ से चले गए थे चले गए थे
विद्या बालन ने बताया कि ये तब की बात है जब उनके पास एक या दो नहीं बल्कि 12 प्रोजेक्ट्स चले गए थे। तब वह काम के सिलसिले में लगातार लोगों से मिल रही थीं। विद्या ने बताया कि इस हादसे के बाद वह खुद का चेहरा आइना में नहीं देख पा रही थीं।
चेन्नई में डायरेक्टर से मिली थी
विद्या बालन ने कहा कि एक वक्त था जब वो चेन्नई में काम के सिलसिले में एक निर्देशक से मिलने गई थीं। डायरेक्टर ने उनसे ऐसी बात कही जिससे साफ पता चल रहा था कि वह उनका फायदा उठाना चाहता था। वो मुझे बार-बार कमरे में जाने के लिए बोल रहा था।
डायरेक्टर कमरे में ले गया
विद्या ने हादसे का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे याद है कि एक दिन मैं चेन्नई में काम के सिलसिले में एक डायरेक्टर से मिलने गई थी। मेरी डायरेक्टर से मुलाकात कॅाफी शॅाप में हुई। अपनी बातों में वह मुझे बार-बार कमरे में जाने के लिए बोल रहा था। मैं उसके साथ कमरे में गई वो एक नहीं कई बार कह रहा था कि उसे मुझसे बात करनी है और हमें कमरे में चलना चाहिए। विद्या आगे कहती हैं कि मैं उस डायरेक्टर की सोच को पढ़ते हुए मैं कमरे में गई, लेकिन मैंने दरवाजा खुला छोड़ दिया। फिर क्या डायरेक्टर 5 मिनट में बिना कुछ बोले भाग गया।
तमिल डायरेक्टर ने ऑडिशन में भद्दे डायलॉग्स दिए
उन्होंने एक और खुलासा करते हुए कहा कि एक बार तमिल फिल्म के निर्देशक ने मुझे फोन किया। फिल्म की कहानी सुनाई। कुछ दिन बाद मेरा ऑडिशन फिक्स हुआ लेकिन जब मैं वहां पहुंची तो ऐसा कुछ था ही नहीं। मुझे एक ड्रेस और कुछ डायलॅाग्स दिए। वो डायलॅाग्स इतने भद्दे थे कि मैं उन्हें बोल भी नहीं सकती थी। मैं तुरंत वहां से निकल आई।
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