नीरज उपाध्याय/जबलपुर। सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक व्यवस्था सुधारने के लाख दावे किए जाएं, लेकिन स्थिति उसके उलट ही बनी हुई है। जिले के 55 सरकारी स्कूलों में दो साल से एक भी शिक्षक नहीं हैं, जबकि यहां पर विद्यार्थियों की संख्या 2100 है। पहली दफा स्कूल शिक्षा विभाग ( School Education Department) शिक्षकों के ऑनलाइन तबादला (Online transfer of teachers) कर रहा है।
बहुत से शिक्षक स्थानांतरण का लाभ लेकर नए स्कूलों में जॉइनिंग दे चुके हैं, फिर भी इन स्कूलों में आज तक कोई पोस्टिंग नहीं गई। इन स्कूलों के प्राचार्य इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी से लेकर शिक्षा विभाग के तमाम बड़े अधिकारियों को कई बार पत्र लिख चुके हैं, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इन स्कूलों का परिणाम कभी बेहतर नहीं आया
55 प्राइमरी और माध्यमिक स्कूल के परीक्षा परिणाम कभी बेहतर नहीं आए। इसका एक मात्र कारण नियमित शिक्षकों की पदस्थापना न होना है। बताया जा रहा है कि विद्यार्थियों का भविष्य खराब न हो इसके लिए अतिथि शिक्षकों से अध्यापन कार्य कराया जा रहा है।
अतिथि शिक्षक भी सेवाएं देने तैयार नहीं
शिक्षकों के तबादला होने से इस बार शिक्षक विहीन स्कूलों में अतिथि शिक्षक भी पढ़ाने को तैयार नहीं हैं। अतिथि शिक्षकों का कहना है कि फिलहाल स्कूल में शिक्षकों की पोस्टिंग नहीं हो रही है, लेकिन शिक्षक आ जाएंगे तो उन्हें अलग कर दिया जाएगा। इसलिए वे उन स्कूलों का चयन कर रहे हैं जहां पर पद खाली हैं और शिक्षकों की पोस्िटग हो चुकी है।
इन स्कूलों में शिक्षक नहीं
शासकीय प्राथमिक स्कूल जबलपुर ग्रामीण: तिंसा, कठिया
कुंडम ब्लाक: मॉडल कुंडम, मचई टोला, विसनपुरा, पड़रिया, कुप्पी, सरदाई टोला कुंडम।
मझौली ब्लाक: स्टेटलाइट स्कूल इंद्रा नगर, देवरी, बीटाकाला, पौंड़ी खुर्द, सगौना, उमरधा, मानसकारा।
पनागर ब्लाक: लोहीपुल स्कूल, स्टेटलाइट स्कूल हाथीढोल, पोंड़ी, घघोटिया।
पाटन ब्लाक: कोहानीटोला स्कूल।
शहपुरा ब्लाक: किसरोंध।
सिहोरा ब्लाक: बेली स्कूल, कचनारी स्कूल।
माध्यमिक स्कूल जबलपुर ग्रामीण: समनापुर, तिंसा, चारघाट, समद पिपारिया, पिपारिया, मंगेली।
कुंडम ब्लाक: मड़ईकला, खिनहारी, मकहरा, हरदुलीकला, बिलटिकरी।
मझौली ब्लाक: खिन्न्ी, बालक स्कूल इंद्राना, गर्ल्स स्कूल इंद्राना, मिडिल स्कूल पड़रिया।
पाटन ब्लाक: सकरा स्कूल, हरदुआ कला, जटवा, ग्वारी स्कूल।
शहपुरा ब्लाक: कुसमी, देवरी, समदपुरा।
सिहोरा ब्लाक: जोली, अगरिया मिडिल स्कूल।
इनका कहना है
26 प्राथमिक स्कूल और 28 मिडिल स्कूल को शून्य शिक्षक वाली शाला घोषित किया गया है। इन स्कूलों में अतिथि शिक्षकों के माध्यम से पढ़ाई कराई जा रही है। विभाग को भी इस बारे में जानकारी दी गई है। शिक्षक तबादले चलते इन स्कूलों में नई पोस्टिंग हो सकती है।
-पीके श्रीवास्तव, सहायक संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय
शिक्षक तबादला में ढेरों विसंगतियां हैं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 55 सरकारी स्कूल में दो साल से शिक्षक ही नहीं हैं। इन स्कूलों में बच्चे क्या पढ़ते-लिखते होंगे समझ से परे है और अभी तक स्कूलों में तबादला नीति के तहत पोस्टिंग भी नहीं की गई है।
-विवेकरंजन शुक्ला, प्रांतीय सचिव, मप्र शिक्षक संघ
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