नरेंद्र इंगले, ब्यूरो चीफ जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
मैं सक्रिय राजनीति से रिटायर हो चुका हूं, मुझे पार्टी की ओर से अब कुछ नहीं चाहिए और ना ही मुझे किसी के सलाह की जरुरत है, मंत्री गिरीश महाजन द्वारा तहसील क्षेत्र में किए गए विकास का मैं आखिर विरोध क्यों करुं? विपक्ष केवल विरोध के नाम पर महाजन का विरोध कर रहा है जो गलत है, ऐसी प्रतिक्रिया पूर्व सांसद ईश्वर जैन ने व्यक्त की है।
जामनेर में एक निजी अस्पताल के उद्घाटन समारोह में पधारे NCP के इन नेताजी ने हमेशा की तरह महाजन की जमकर तारीफ़ की और अपनी ही पार्टी के पदाधिकारियों को महाजन का विरोध क्यों न करें इस कि सलाह भी दी। इतना ही नहीं क्षेत्र में अकाल घोषित करने का पूरा श्रेय भी महाजन को दिया। जैन की इस टिप्पणी पर राष्ट्रवादी कांग्रेस के स्थानीय नेता तथा मंत्री महाजन के कट्टर विरोधी श्री संजय गरुड ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि अगर जैन को ऐसा लगता है कि महाजन ने वाकई में क्षेत्र का विकास किया है तो वह जनता के बीच जाकर विकास किस तरह का हुआ है यह साबित कर दिखाएं। आज क्षेत्र के 100 से ज्यादा गांवों में भीषण जल किल्लत है, बुनियादी स्वास्थ्य सुविधा इतनी लचर है कि साधारण बीमारियों के नाम पर मरीजों को मुंबई तक ले जाकर मंत्री जी अब तक अपनी नाकामी को ढकते रहेंगे? रही बात अकाल घोषित करने की तो राष्ट्रवादी कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने इसके लिए सडकों पर उतरकर आंदोलन किए और स्थिति ऐसी है कि अकाल घोषित तो हुआ लेकिन केवल कागज पर जमीन पर अमल शून्य है।
विदीत हो कि किसी समय NCP के कोटे से राज्यसभा सांसद रह चुके ईश्वर जैन अक्सर भाजपा के स्थानीय विधायक तथा वर्तमान मंत्री गिरीश महाजन को अपना मानसपुत्र बताते हुए महाजन की तारीफ़ करते दिखाई पडते हैं जिससे स्थानीय NCP नेताओं को किरकिरी का सामना करना पडता है। इसी कडी में पार्टी के स्थानिय विपक्षी नेता संजय गरुड को पार्टी की ओर से अपना पक्ष रखना पडा है।
from New India Times http://bit.ly/2MKrE1P
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