अबरार अहमद खान,भोपाल, NIT:
मध्यप्रदेश के सभी छोटे-बड़े शहरों में प्ले-स्कूलों और पांच सितारा निजी स्कूलों की बाढ़ सी आ गई है, यहां तक कि गली-मोहल्ले में स्कूल खुल गए हैं। इन स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के न तो पुख्ता प्रबंध हैं और न ही खेलने-कूदने का कोई इंतेज़ाम है। कुछ जगह तो दो-तीन कमरों और बहुमंजिला इमारतों में यह स्कूल संचालित हो रहे हैं। कुछ निजी स्कूलों को छोड़ दें तो शासन ने प्ले-स्कूलों की मॉनीटरिंग की कोई व्यवस्था नहीं की है और न ही इनके लिए कोई गाइड लाइन तय की है। यही वजह है कि स्कूल संचालक अभिभावकों से मनमानी फीस वसूल रहे हैं।
अबरार अहमद खान
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