परीक्षा देकर लौट रही छात्राओं से छेड़-छाड़, आरोपीयों में एक पुलिस कर्मी भी शामिल


रिपोर्ट - प्रदीप पण्डित।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री  योगी बहन-बेटियों को भले ही पूर्ण सुरक्षा देने का लाख दावा करें, लेकिन यूपी से जो तसवीरें सामने आती हैं उन्हें देखकर बिल्कुल नहीं कि आरोपियों के दिल में पुलिस का कोई खौफ़ हो और हो भी कैसे जब कानून का नुमाइन्दा ही युवतियों से छेड़छाड़ करे और विरोध करने पर उनकी बेरहमी से पिटाई कर डाले।

बुलन्दशहर के सिकन्द्राबाद थाने में न्याय की गुहार लगा रहीं ये युवतियां, चहरे पर लगे उन ज़ख्मों को दिखा रही हैं, जो इन्हें छेड़छाड़ का विरोध करने पर मिले हैं, इनका कसूर सिर्फ इतना है कि इन्होंने खुद के साथ हो रही छेड़छाड़ का विरोध किया था, हैरानी की बात ये है कि छेड़छाड़ की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों में यूपी पुलिस का एक सिपाही शामिल है , इतना ही नहीं जब इन छात्राओं ने खुद के साथ होने वाली छेड़छाड़ का विरोध किया तो आरोप है कि गाज़ियाबाद पुलिस लाइन में तैनात बताए जा रहे सिपाही ने युवतियों की बेरहमी से पिटाई कर डाली, यहां सवाल ये उठता है कि अगर रक्षक ही भक्षक बन जाए तो इंसाफ के लिए पीड़ित कहाँ जाए?

दरसल बी०ए की दोनों छात्रा कॉलेज एग्ज़ाम देकर अपने गांव वापस लौट रहीं थी तभी बाइक सवार सिपाही और उसके साथी ने छात्राओं के आगे बाइक लगाकर छेड़छाड़ शुरू करदी, और जब छात्राओं ने खुद से होने वाली छेड़छाड़ का विरोध किया तो सिपाही ने छात्राओं की पिटाई शुरू करदी, जिसके बाद पीड़िताओं ने घटना की जानकारी 100 नंबर कॉल कर पुलिस को दी तो पुलिस ने कार्यवाही शुरू करदी।

आरोपी गिरफ्तार
वहीं पुलिस के आला अधिकारियों का दावा है कि सूचना पर पहुंची सिकन्द्राबाद पुलिस ने आरोपी सिपाही सहित दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

बुलन्दशहर पुलिस के आला अधिकारी आरोपियों की गिरफ्तारी का दावा कर रही है साथ पीड़ित पक्ष की तरफ से मिलने वाली तहरीर पर कार्यवाही का दावा भी कर रही है, लेकिन बुलन्दशहर से इस तरह की खबरें आना कहीं ना कहीं बुलन्दशहर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े करती है ।