अफवाहों पर ध्यान न दें, जीवीत हैं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई


कवरेज इण्डिया न्यूज डेस्क।
गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की सूचना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इलाहाबाद, लखनऊ समेत प्रदेशभर में लोगों ने वाट्सएप ग्रुप्स पर बिना इसकी पुष्टि किए कि यह सूचना सच या झूठ, श्रद्धांजलि तक दे दी। कवरेज इण्डिया एक जिम्मेदार चैनल है और समय समय पर अपनी सामाजिक जिम्मेवारियों को समझते हुए ऐसे वायरल मैसेजों का खंडन करता रहा है, इस बार भी हम आपको इस वायरल मैसेज की सच्चाई से रूबरू कराएंगे। हम आपको बता दें कि ये खबर पूरी तरह से फेक है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी अभी भी जीवित हैं और स्वस्थ भी।

दरअसल सितंबर 2015 में भी इस तरह की अफवाह उड़ी थी और उड़ीसा के बालासोर जिले के एक प्राइमरी स्कूल में तो श्रद्धांजलि सभा तक का आयोजन कर दिया गया था। वाजपेयी को श्रद्धांजलि के बाद स्कूल की छुट्टी भी कर दी गई थी। जब निधन की खबर झूठी निकली तो जिला कलेक्टर ने स्कूल प्राचार्य को निलंबित कर दिया था।

इससे पहले दिवंगत राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को भी झारखंडे के एक स्कूल में जीते जी श्रद्धांजलि अर्पित की गई थी। यही नहीं भैरों सिंह शेखावत और इंद्रकुमार गुजराल के बारे में भी मौत से पहले ही दिवंगत होने की घोषणा की गई थी।हालांकि आधिकारिक तौर पर ये पक्की जानकारी है कि पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जीवित हैं।