भोपाल। मध्यप्रदेश में पुरानी पेंशन के लिए आंदोलन के नाम पर कुछ कर्मचारी नेता अपने जिलों से राजधानी भोपाल के लिए रवाना तो हुए परंतु भोपाल में आकर उन्होंने कोई प्रदर्शन नहीं किया बल्कि भोजपुर में जाकर पिकनिक मनाई।
रविवार दिनांक 3 अप्रैल 2022 को मध्य प्रदेश के कुछ कर्मचारी संगठनों के नेता विभिन्न जिलों से कर्मचारियों का समूह लेकर राजधानी भोपाल के लिए रवाना हुए। किसी भी कर्मचारी संगठन के पास भोपाल में प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं थी, फिर भी सोशल मीडिया पर भोपाल में प्रदर्शन करने का ऐलान किया गया। अपने वाहनों में बैनर लगाकर आ रहे कर्मचारियों को भोपाल पुलिस ने बॉर्डर पर ही रोक लिया। कुछ कर्मचारी नेताओं को थाने में बिठाया गया। कुछ कर्मचारी नेता पुलिस को देखकर वापस लौट गए।
सबसे अलग घटनाक्रम यह हुआ कि कुछ कर्मचारी नेता अपने साथी कर्मचारियों को लेकर भोपाल की सीमा पर स्थित विश्व प्रसिद्ध भोजपुर मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने पिकनिक मनाई और ग्रुप फोटोग्राफी खिंचवाई। वापस लौटने के बाद ऐलान किया कि उन्हें पुलिस द्वारा रोका गया फिर भी उन्होंने जंगी प्रदर्शन किया। उनके द्वारा जारी किए गए फोटो उनके बयानों का खंडन करते हैं। फोटो में किसी भी कर्मचारी के हाथ में कोई बैनर नहीं है। प्रदर्शन स्थल पर पुलिस का एक सिपाही भी नहीं है। ना तो कोई ज्ञापन बनाया गया और ना ही कोई ज्ञापन किसी को दिया गया। कर्मचारियों से संबंधित महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP karmchari news पर क्लिक करें.
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