जागरुक पत्रकारों की मेहनत लाई रंग, सरसी बाई धर्मशाला पर किए गए अवैध निर्माण को तोड़ने का जारी हुआ आदेश, शेरानी परिवार ने सरसी बाई धर्मशाला को लेकर असहायों के हक में कलेक्टर को लिखा पत्र

रहीम शेरानी/ फिरोज लिमखेड़ा, झाबुआ (मप्र), NIT:झाबुआ जिले के मेघनगर रेल्वे स्टेशन के पास सरकारी सरसी बाई धर्मशाला पर रसूखदारों द्वारा अपने प्रभाव के दम पर एक नहीं बल्कि अनेक दुकानों पर अपना अवैध कब्जा जमा रखा है। राजनीति में अपनी लंबी पहुंच दिखाने वाले रसूखदारों द्वारा शासन प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए गुमराह कर राजनीतिक प्रभाव व रसूख के दम पर बिना किसी अनुमति के सरसी बाई धर्मशाला सरकारी जमीन पर निर्माण कर रहे हैं।पूरे मामले को जब नगर के जागरुक पत्रकारों ने जनता के सामने अखबारों, चैनलों के माध्यम से लाया तो एक के बाद एक अवैध कार्य की परतें खुलती जा रही हैं और नगर परिषद भी हरकत में आया और ईमानदार अधिकारी ने संबंधित निर्माण कार्य करने वाले व्यक्ति को नगर परिषद द्वारा जमीन के मूल दस्तावेज एवं निर्माण कार्य की अनुमति प्रस्तुत करने के नोटिस दिए गए …लेकिन 15 दिनों बीत जाने के बाद रसूखदारों द्वारा मूल दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए जिसके बाद नगर परिषद द्वारा माल जप्ती अमले को भेजकर निर्माण कार्य वाली जगह से निर्माण माल सामग्री जप्त कर पंचनामा बनाया गया।
अवैध निर्माण के संबंध में अनुविभागीय अधिकारी मेघनगर द्वारा पत्र क्रमांक 1381, नगर परिषद द्वारा पत्र क्रमांक 1195, 1201, 1220, 1264 नोटिस पत्र क्रमांक देने के बाद भी दस्तावेज प्रस्तुत न करने पर वार्ड क्रमांक 5 में शासकीय नगर परिषद सरसी बाई धर्मशाला में स्थित भूखंड पर निकाय की सक्षम स्वीकृति के बिना कार्य करने एवं वर्तमान स्थिति में शासकीय आदेश की अवहेलना पर मध्य प्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 157 का उल्लंघन होना पाया गया। नगर परिषद द्वारा 4 अक्टूबर को नोटिस क्रमांक 1301 मेघनगर नगर परिषद द्वारा जारी करते हुए अवैध निर्माण भूखंड पर नोटिस चस्पा किया गया। दिनांक 5 अक्टूबर को यदि बिना अनुमति किए गए निर्माण कार्य को नहीं हटाया गया तो नगर परिषद द्वारा निर्माण कार्य तोड़ दिया जाएगा जिसका उत्तरदायित्व स्वयं निर्माण करने वाला रहेगा, यह नोटिस नगर परिषद द्वारा निर्माण की गई जगह पर चस्पा किया गया लेकिन 5 अक्टूबर को तोड़क कार्रवाई नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि सोमवार को तोड़क कार्रवाई की जाएगी। अब देखना देखना होगा कि नगर परिषद कितना अपने लिखित आदेशों पर कार्रवाई करती है।शेरानी परिवार ने सरसी बाई धर्मशाला को लेकर असहायो के हक में लिखा कलेक्टर को पत्रमेघनगर के समाजसेवी हाजी रसुल शेरानी द्वारा कई वर्षों पूर्व सरसी बाई धर्मशाला को आजाद चौक मेघनगर में मुसाफिरों के रूकने ठहरने के लिए बनवाई गई थी। उस धर्मशाला को ग्राम पंचायत द्वारा दुकानें बनाकर किराए पर दे दी गई थी !
मेघनगर के आजाद चौक मैं मुसाफिरों को रुकने बैठने के लिए नगर के माने हुए सेठ हाजी रसूल शेरानी ने सरसी बाई धर्मशाला का निर्माण करवा कर ग्राम पंचायत को रख रखाव के साथ मुसाफिरों को पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध करवाने के लिए सुपुर्द की गई थी लेकिन अब सालो बाद नगर परिषद के कलाकारों ने धर्मशाला व शासकीय भूमि को ध्यान ना देते हुए अनदेखा किया जा रहा है जिसका फायदा रसूखदार उठाकर गरीबों का हक तक मारकर अवैध कब्जा कर सरकारी जमीन पर निर्माण कार्य कर रहे है।
नगर के जागरूक नागरिकों सहित शेरानी परिवार के द्वारा जिला कलेक्टर को एक पत्र लिखकर मांग की गई है
कि मेघनगर के आजाद चौक रेलवे स्टेशन के पास बनी धर्मशाला को यथावत रखते हुए धर्मशाला में अतिक्रमण करने वालों को बेदखल कर यथावत स्थिति में रखा जाए !
और मेघनगर में आने वाले मुसाफिरों के लिए उस धर्मशाला को मुसाफिरों के लिए ही रखी जाए।



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