
सबसे पहले यह मामला आबिद मो खान ने उठाया था। उन्होंने 22 अप्रैल को इस पर आपत्ति दर्ज कराई थी लेकिन आसाराम को सजा सुनाए जाने के बाद भोपाल गैस पीड़ितों के लिए काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता रचना ढींगरा ने यह मामला उठाया है। बेरोजगार सेना के संयोजक अक्षय हुंका ने इस मामले को सीएम शिवराज सिंह के पास तक पहुंचाया। सीएम शिवराज सिंह ने तत्काल ऐलान किया है कि वो ऐसे सभी स्थानों के नाम बदल देंगे।
सीएम शिवराज सिंह ने ट्वीटर पर जवाब देते हुए लिखा है कि 'हमारे देश में संविधान, क़ानून, और जनभावना से ऊपर कुछ भी नहीं हैं, यह वह देश है जहाँ पर औरंगज़ेब रोड का भी नाम बदल दिया गया है। जल्द ही इस मामले पर भी उचित कार्यवाही करेंगे।' बता दें कि आसाराम के प्रमुख भक्तों में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी एवं सीएम शिवराज सिंह का नाम आता है। मामला दर्ज होने के बाद आसाराम मप्र में आकर छिप गया था और यहीं से उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी।
अभी तो पिक्चर शुरू हुई है
दरअसल, नगरनिगम भोपाल ने अभी केवल वह बोर्ड उतारा है जिसका फोटो भोपाल समाचार ने प्रकाशित किया था। इसके अलावा भोपाल एवं इंदौर में कुछ चौराहे और स्थान हैं जिनका नाम आसाराम के नाम पर रखा गया है। उनके बोर्ड उतारे जाना और नया नामकरण किया जाना अभी बाकी है।
अर्श से फ़र्श पर आसाराम !#AsaramConvicted #AsaramVerdict @News18India @HindiNews18 @News18MP pic.twitter.com/WpPYxGUVuS— Manoj Sharma (@manojsharmabpl) April 25, 2018
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